Friday, April 19, 2019

हनुमान जयंती

आप को हनुमान जयंती की हार्दिक बधाई । 

Tuesday, April 16, 2019

15 तारीक की समसामिक गतिविधियां



जागरणजोश.कॉम पाठकों की सुविधा हेतु प्रतिदिन के करेंट अफेयर्स से सम्बंधित जानकारी को संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत कर रहा है.df

चुनाव आयोग: योगी आदित्यनाथ 72 घंटे और मायावती 48 घंटे तक नहीं कर सकेंगे प्रचार

चुनाव आयोग ने आचार संहिता का उल्लंघन करने के मामले में कार्रवाई करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बसपा प्रमुख मायावती पर क्रमश: 72 घंटे और 48 घंटे तक चुनाव प्रचार करने पर बैन लगाया है.

आयोग ने योगी आदित्यनाथ को 'अली-बजरंगबली' और मायावती को 'मुस्लिमों से उन्हें वोट करने' वाले भाषण के लिए नोटिस भी भेजा था.

विश्व कप के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम घोषित

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड ने 2019 विश्व कप के लिए राष्ट्रीय टीम की घोषणा कर दी. हाल ही में एक साल का अंतर्राष्ट्रीय निलंबन खत्म होने के बाद स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर को इस टीम में जगह मिली है.

इस विश्व कप के लिए 15 सदस्यीय टीम में शामिल 6 खिलाड़ी 2015 विश्व कप के भी सदस्य थे.

मेरठ में 'पहाड़ी बया' चिड़िया के संरक्षण हेतु बनेगा विश्व का पहला बया प्रजनन केंद्र

पहाड़ी बया (चिड़ियों की एक प्रजाति) को बचाने के लिए उत्तर प्रदेश वन विभाग की ओर से हस्तिनापुर (मेरठ) में विश्व का पहला पहाड़ी बया प्रजनन केंद्र बनाया जा रहा है.

यह ज़िम्मेदारी बॉम्बे नैचुरल हिस्ट्री सोसायटी (बीएनएचएस) को दी गई है. उत्तर भारत में पिछले 15 सालों में पहाड़ी बया की जनसंख्या में 84.1-95.8 फीसदी की गिरावट आई है.

तेलुगू के मशहूर कवि शिवा रेड्डी को सरस्वती सम्मान

तेलुगू के प्रख्यात कवि डॉ के शिवा रेड्डी को 28 वां सरस्वती सम्मान दिए जाने की घोषणा की गयी है. के के बिरला फाउंडेशन की ओर से 76 वर्षीय रेड्डी को उनके काव्य संग्रह ‘पक्की ओत्तिगिलिते’ को वर्ष 2018 के लिए यह पुरस्कार दिया जायेगा.

पुरस्कार राशि में 15 लाख रुपए,प्रतीक चिन्ह और प्रशस्ति पत्र शामिल है. गत वर्ष यह सम्मान सितांशु यशचन्द्र को मिला था. पहला सम्मान डॉ हरिवंश राय बच्चन को मिला था. लोकसभा के पूर्व महासचिव डॉ सुभाष सी कश्यप की अध्यक्षता वाली तेरह सदसीय चयन समिति ने इस बार पुरस्कार का निर्णय किया.

भारत के हर्षील दानी ने डच ओपन खिताब जीता

भारत के हर्षील दानी ने एक गेम से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए डेनमार्क के मैड्स क्रिस्टोफरसेन को हराकर नीदरलैंड में डच इंटरनेशनल बैडमिंटन खिताब जीता.

पूर्व जूनियर चैम्पियन दानी ने दुनिया के 149वें नंबर के खिलाड़ी को 47 मिनट में 15 . 21, 21 . 12, 21 . 13 से हराया. पिछले साल उसने घाना इंटरनेशनल जीता था और पोलिश इंटरनेशनल में उपविजेता रहे थे.

टाइगर वुड्स ने 15वां मेजर खिताब जीता

टाइगर वुड्स ने विवादों और कैरियर के लिये खतरा बनी चोट से उबरकर शानदार वापसी करते हुए बैक नाइन रैली के साथ 83वां मास्टर्स गोल्फ खिताब जीता तो उनके कैरियर का 15वां खिताब है.

पिछले 11 साल से खिताब को तरस रहे 43 बरस के अमेरिकी धुरंधर वुड्स ने 2008 यूएस ओपन के बाद पहला खिताब अपने नाम किया है. वुड्स का 2005 के बाद यह पहला और कुल पांचवां मास्टर्स खिताब है. उन्होंने 13 अंडर 275 का स्कोर करके 1.82 मिलियन यूरो पुरस्कार के तौर पर जीते. अमेरिका के ब्रूक्स कोपका, डस्टिन जानसन और सैंडर शाफेले दूसरे स्थान पर रहे.

यह भी पढ़ें: मार्च 2019 के 30 महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स घटनाक्रम

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16 तारीक की महत्वपूर्ण जानकारी


1853 – भारत की पहली रेल बम्बई के विक्टोरिया टर्मिनस स्टेशन से ठाणे के बीच चली। इस ट्रेन की 14 बोगियों में 400 यात्रियों ने सवारी की।
1900 – अमेरिकी डाक कार्यालय ने पोस्टेज स्टांप की किताब जारी की।
1917 - पेट्रोग्राड में रूसी सैनिकों का विद्रोह, रूस में अस्थायी सरकार का गठन, जार निकोलस द्वितीय द्वारा सिंहासन एवं देश का त्याग।
1919 – जलियांवाला बाग हत्याकांड में मरने वालों को श्रद्धांजलि देने को गांधी जी ने उपवास की घोषणा की।
1922 – जर्मनी-रूस के बीच इटली में एक समझौता हुआ जिसे Treaty of Rapallo कहा जाता है। यह समझौता दोनों देशों में डिप्लोमेटिक रिश्ते सुधारने के लिए और आपसी सहयोग के लिए किया गया था।
1925 – बुलगारिया के सोफिया शहर स्थित चर्च पर हुए हमले में 150 लोगों की मौत हुई।
1945 – सोवियत पनडुब्बी के कारण जर्मनी का रिफ्यूजी जहाज डूबा। जिसमें 7000 लोगों की मौत हुई।
1945 – द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अमेरिकी सेना जर्मनी के नुरेम्बर्ग इलाके में घुसी।
1945 – रेड आर्मी ने बर्लिन की लड़ाई शुरू की।
1964 – ब्रिटेन के चर्चित अपराधों में शामिल 'द ग्रेट ट्रेन रॉबरी' के लिए 12 लोगों को 307 साल की सजा सुनाई गई।
1970 – यूरोपीय देश फ्रांस में बर्फीले तूफान से 70 लोगों की मौत हुर्इ।
1972 – अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने अपोलो 16 का फ्लोरिडा से सफल परीक्षण किया।
1978 – ओडिशा में आए चक्रवती तूफान आने 180 लोगों की मौत हो गई।
1988 – ख़लीलुल वज़ीर नामक विख्यात फ़िलिस्तीनी संघर्षकर्ता की ज़ायोनी शासन के लोगों ने टयूनिशिया में हत्या कर दी। वे बड़े ही देशभक्त फ़िलिस्तीनी थे।
1992 – अफगानिस्तान के राष्ट्रपति नजीबुल्लाह ने अपना इस्तीफा दिया।
1997 – मक्के से 10 किलोमीटर दूर मेना में एक गैस सेलेन्डर फटने से भीषण आग लग गयी जिसके परिणाम स्वरूप 343 हाजी शहीद और 1290 घायल हुए।
1999 - पाकिस्तान ने भारत को हराकर कोका कोला कप त्रिकोणीय टूर्नामेंट (शारजाह) जीता।
1999 - न्यू माइक्रोव नामक सबसे बड़े आकार के जीवाणु का सं.रा. अमेरिका में पता चला ।
1999 - अद्वैलाजीज बोतेफ़्लिका अल्जीरिया के नये राष्ट्रपति बने।
2002 - दक्षिण कोरिया में विमान दुर्घटना में 120 मरे।
2004 - भारत में रावलपिंडी में तीसरे टेस्ट मैच में पाकिस्तान को हराकर दोनों देशों के बीच आयोजित शृंखला 2-1 से जीती।
2008 - उत्तर प्रदेश में लोकसभा के पाँच सीटों (आजमगढ़, खलीलाबाद, बिलग्राम, कुरनैलगंज तथा मुरादाबाद) के लिए हुए उप चुनाव में बसपा के प्रत्याशी विजयी रहे। 
2008 - सार्वजनिक क्षेत्र के पावर फायनान्स कार्पोरेशन (पीएफसी) ने वर्ष 2007-08 में 1209 करोड़ का शुछ मुनाफ़ा अर्जित करने के साथ ही चाजू वित्त वर्ष में विभिन्न परियोजनाओं के लिए 69,498 करोड़ रुपये आवंटित करने की घोषणा की।
2008 - लेसेस्टर सिटी काउंसिल (लंदन) ने इस बहुसांस्कृतिक शहर में भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा लगाने को मंजूरी प्रदान की।
2010 - ब्रिक सम्मेलन के बाद जारी साझा बयान में ब्रिक के सदस्य राष्ट्रों ब्राजील, रूस, भारत एवं चीन के नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में भारत-ब्राजील की महत्त्वपूर्ण भूमिका और प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने वाले सुधार पर बल दिया।
2013- भारतीय रेल 160 साल की हुई। 
2013 - गूगल (google) ने अपना डूडल (लोगो) भारत की पहली यात्री रेल को समर्पित किया है। इस लोगो में धुआं उड़ाती रेलगाड़ी खजूर के पेड़ों से घिरे रेलमार्ग पर चलती दिख रही है और इन दोनों का मेल गुंबद और मीनार से बने महल जैसा लग रहा है।

16 अप्रॅल को जन्मे व्यक्ति👉

1844 – फ़्रांस के लेखक और कवि ऐनाटल फ्रैंकस का पेरिस में जन्म हुआ।
1848 - कंदुकूरी वीरेशलिंगम - तेलुगु भाषा के प्रसिद्ध विद्वान, जिन्हें आधुनिक तेलुगु साहित्य में 'गद्य ब्रह्मा' के नाम से ख्याति मिली।
1889 – लंदन के निकट एक स्थान पर विश्व विख्यात कमेडी अभिनेता चार्लज़ का जन्म हुआ। वे चार्ली चैपलिन के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर हुए।
1919 - अर्जन सिंह - भारतीय वायु सेना के सबसे वरिष्ठ और पांच सितारा वाले रैंक तक पहुँचने वाले एकमात्र मार्शल थे।
1934 - राम नाईक, एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो उत्तर प्रदेश के वर्तमान राज्यपाल हैं।
1978 – मशहूर अभिनेत्री और मॉडल लारा दत्ता का जन्म उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हुआ।

16 अप्रॅल को हुए निधन👉

1951 - अद्वैत मल्लबर्मन, प्रसिद्ध बांग्ला लेखक।
1961 - रणधीर सिंह - प्रसिद्ध सिख नेता और क्रांतिकारी थे।
1966 - नंदलाल बोस - भारत के एक प्रसिद्ध चित्रकार।


16 अप्रॅल के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव👉

🔅 गुरु श्री अंगद देव जी ज्योति ज्योत (नानकशाही) ।
🔅 गुरु श्री हरकिशन जी ज्योति ज्योत (नानकशाही) ।
🔅 राजस्थान पुलिस दिवस ।
🔅 भारतीय रेलवे परिवहन दिवस ।
🔅 Foursquare Day .
🔅 World Voice Day .
🔅 NationalHealthcare Decisions Day (US) .
🔅 अग्निशमन सेवा सप्ताह (14-20 अप्रैल)।

🌻आपका दिन मंगलमय  हो जी ।🌻

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Sunday, April 14, 2019

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14अप्रैल की महत्वपूर्ण घटनाएं



1434 – फ्रांस के विश्वविख्यात सेंट पीटर कैथेड्रल की आधारशिला रखी गई।
1611 – टेलीस्कोप शब्द का पहली बार प्रयोग इटली के वैज्ञानिक फेडेरिको सेसी ने किया।
1659 – औरंगजेब ने दिल्ली पर हुकूमत की लड़ाई में दारा को हराया।
1809 – नेपोलियन ने बावारिया की लड़ाई में आस्ट्रिया को शिकस्त दी।
1814 – नेपोलियन को राजगद्दी से हटाया गया।
1849 – यूरोपीय देश हंगरी ने आस्ट्रिया से स्वतंत्र होने की घोषणा की और लुईस कोसुथ को अपना नेता चुना।
1865 – अमरीका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन को वाशिंगटन के ‘फोर्ड थियटर’ में उस समय गोली मार दी गई, जब वो 'आवर अमेरिकन कज़िन' नाटक देख रहे थे।
1912 – विलासिता और शान ओ शौकत से भरपूर टाइटेनिक जहाज समुद्र में सफर करते समय एक हिमखंड से टकराकर यह डूब गया। जबकि टाइटेनिक को इस तरह से तैयार किया गया था कि वो कभी डूबेगा ही नहीं।
1944 – बंबई बंदरगाह पर हुए भयंकर विस्फोट में लगभग 300 लोग मारे गए और दो करोड़ पाउंड की क्षति हुई।
1970 – अमरीकी अंतरिक्ष यान अपोलो 13 में धमाका हुआ। हांलाकि 17 अप्रैल, 1970 को अपोलो 13 सफलतापूर्वक धरती पर वापस लौट आया।
1981 – पहला अंतरिक्ष यान कोलंबिया-1 वापस धरती पर लौटा।
1988 – तत्कालीन सोवियत संघ, अमेरिका, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच अफगानिस्तान की संधि पर हस्ताक्षर हुआ। जिसके तहत सोवियत संघ को अफ़गानिस्तान से अपने सैनिकों को हटाना था।
1995 – भारत चौथी बार एशिया कप चैंपियन बना। शाहजाह में खेले गए फाइनल में श्रीलंका को हराया।
1995 - यूक्रैन में स्थित चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र वर्ष 2000 तक बंद करने की घोषणा।
1999 - मलेशिया के अपदस्थ उपप्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम को भ्रष्टाचार के मामले में छह वर्ष क़ैद की सज़ा।
2000 - रूस की संसद ने संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस के बीच 'स्टार्ट-2' परमाणु शस्त्र कटौती संधि का अनुमोदन किया।
2002 - अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में मुकदमें का सामना कर रहे सर्बियाई नेता का निधन।
2003 - इस्रायल के प्रधानमंत्री एरियल शैरोन पश्चिमी तट से कुछ यहूदी बस्तियाँ हटाने पर सहमत।
2004 - अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज बुश ने ईराक को दूसरा वियतनाम न बनने देने की घोषणा की।
2005 - भारत और अमेरिका ने अपने-अपने उड़ान क्षेत्र एक-दूसरे की एयरलाइनों के लिए खोलने का ऐतिहासिक समझौता किया।
2006 - चीन में प्रथम बौद्ध विश्व सम्मेलन शुरू।
2008 - उत्तर प्रदेश सरकार ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश का भौगोलिक नक्शा बनाने की घोषणा की।
2008 - किर्लोस्कर ब्रदर्स को दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) की कोडरमा ताप विद्युत परियोजना से 166 करोड़ 77 लाख रुपये का आर्डर मिला।
2008 - 40 वर्ष बाद भारत व बांग्लादेश के बीच सम्बन्धों को मज़बूत बनाने के लिए मैत्री एक्सप्रेस कोलकाता और बांग्लादेश की राजधानी ढाका से एक दूसरे देश के लिए रवाना हुई।
2008 - पुरातत्वविदों ने मिस्र के सिनाई प्राय:द्वीप से रोमन सम्राट वेलेन्स के काल के प्राचीन सिक्के बरामद करने का दावा किया।
2010 - पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और उड़ीसा में चक्रवाती तूफ़ान में 123 लोगों की मृत्यु हो गई।
2010 – चीन के किगगाई में 6.9 तीव्रता का भूकंप आया, इस आपदा में लगभग 2700 लोग मारे गए।
2011- राष्ट्रीय सुरक्षा सूचकांक (एनएसआई) द्वारा हाल ही में किए सर्वेक्षण में भारत को दुनिया का पांचवा सर्वाधिक शक्तिशाली देश माना गया। सूची में अमेरिका को पहले तथा चीन दूसरे स्थान पर है। जापान और रूस को क्रमश: तीसरा और चौथा स्थान मिला है। कार्य-कुशल जनसंख्या के मामले में भारत तीसरे स्थान पर है, चीन पहले स्थान पर है। रक्षा की दृष्टि से भारत चौथी महाशक्ति है।

14 अप्रॅल को जन्मे व्यक्ति👉

1862 - प्रभाशंकर पाटनी - गुजरात के प्रमुख सार्वजनिक कार्यकर्त्ता थे।
1891 - बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर ।
1907 - पूरन चन्द जोशी - स्वाधीनता सेनानी ।
1919 - शमशाद बेगम - हिन्दी फ़िल्मों की प्रसिद्ध पार्श्वगायिका।
1920 - गवरी देवी - राजस्थान की प्रसिद्ध मांड गायिका।
1922 - अली अकबर ख़ाँ - प्रसिद्ध भारतीय संगीतकार, शास्त्रीय गायक और सरोद वादक।
1940 - अवतार एनगिल - कवि एवं साहित्यकार।

14 अप्रॅल को हुए निधन👉

1859 - जमशेद जी जीजाभाई, अपने व्यवसाय से अत्यंत धनी बने, दानवीर थे।
1950 - रमण महर्षि - बीसवीं सदी के महान् संत और समाज सेवक।
1962 – भारत रत्न से सम्मानित प्रसिद्ध भारतीय अभियंता एवं राजनयिक मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का निधन हुआ।
1963 - राहुल सांकृत्यायन- हिन्दी के एक प्रमुख साहित्यकार।
1986 - नितिन बोस - प्रसिद्ध फ़िल्म निर्देशक, छायाकार और लेखक।

14 अप्रॅल के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव👉

🔅 महातारा जयन्ती (आज भी) ।
🔅 पाम संडे / खजूर रविवार  ।
🔅 ब्लैक डे (साउथ कोरिया) ।
🔅 मेला मनसा देवी पंचकूला (हरियाणा , आज भी) ।
🔅 डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती ।
🔅 महर्षि वेंकटरमण अय्यर स्मृति दिवस ।
🔅 बैशाखी पर्व (आज भी) ।
🔅 डाल्फिन दिवस ।
🔅 विश्व एयरोनॉटिक्स और ब्रह्माण्ड विज्ञान दिवस ।
🔅 अग्निशमन सेवा दिवस व अग्निशमन सेवा सप्ताह (14-20 अप्रैल)।

Saturday, April 13, 2019

भीमराव आंबेडकर



विकिपीडिया

भीमराव आम्बेडकर

स्वतंत्र भारत के निर्माता, संविधानशिल्पी, समाजसुधारक, प्रथम कानून एवं न्याय मंत्री


भीमराव रामजी आम्बेडकर[a] (14 अप्रैल1891 – 6 दिसंबर1956), बाबासाहब आम्बेडकर नाम से लोकप्रिय, भारतीय बहुज्ञविधिवेत्ताअर्थशास्त्रीराजनीतिज्ञ, और समाजसुधारक थे।[1] उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और अछूतों (दलितों) से सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया था। श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन भी किया था।[2][3] वे स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मंत्री,भारतीय संविधान के जनक एवं भारत गणराज्य के निर्माता थे।[4][5][6][7]
बोधिसत्व
बाबासाहब

भीमराव रामजी आम्बेडकर
भीमराव रामजी आंबेडकर
Dr. Bhimrao Ambedkar.jpg
1939 में भीमराव आम्बेडकर

पद बहाल
15 अगस्त 1947 – सप्टेंबर 1951
राष्ट्रपतिराजेन्द्र प्रसाद
प्रधानमंत्रीजवाहरलाल नेहरू
पूर्वा धिकारीपद स्थापित
उत्तरा धिकारीचारु चंद्र बिस्वार

पद बहाल
29 अगस्त 1947 – 24 जनवरी 1950

पद बहाल
जुलाई 1942 – 1946
पूर्वा धिकारीफ़िरोज़ खान नून

जन्म14 अप्रैल 1891 
महूमध्य प्रांतब्रिटिश भारत
(अब मध्य प्रदेशभारत में)
मृत्यु6 दिसम्बर 1956 (उम्र 65)
नयी दिल्लीभारत
समाधि स्थलचैत्य भूमिमुंबईमहाराष्ट्र
जन्म का नामभिवा, भीम, भीमराव
अन्य नामबाबासाहब आम्बेडकर, आधुनिक मनु
राष्ट्रीयताभारतीय
राजनीतिक दल • शेड्युल्ड कास्ट फेडरेशन
 • स्वतंत्र लेबर पार्टी
 • भारतीय रिपब्लिकन पार्टी
अन्य राजनीतिक
संबद्धताऐं
सामाजिक संघठन :
 • बहिष्कृत हितकारिणी सभा
 • समता सैनिक दल

शैक्षिक संघठन :
 • डिप्रेस्ड क्लासेस एज्युकेशन सोसायटी
 • द बाँबे शेड्युल्ड कास्ट्स इम्प्रुव्हमेंट ट्रस्ट
 • पिपल्स एज्युकेशन सोसायटी

धार्मिक संघठन :
 • भारतीय बौद्ध महासभा
जीवन संगी • रमाबाई आम्बेडकर
(विवाह 1906 - निधन 1935)

 • डॉ॰ सविता आम्बेडकर
(विवाह 1948 - निधन 2003)
संबंधआम्बेडकर परिवार देखें
बच्चेचार पुत्र : यशवंत, रमेश, गंगाधर, राजरत्न और एक पुत्री : इन्दु
(यह पाँचो बच्चे 'रमाबाई' के थे, तथा 'यशवंत' को छोड़कर सभी संतानों की बचपन में मृत्यु हो गई थीं।)
निवासमुम्बई, दिल्ली
शैक्षिक सम्बद्धता • मुंबई विश्वविद्यालय (बी॰ए॰)
 • कोलंबिया विश्वविद्यालय (एम॰ए॰, पीएच॰डी॰, एलएल॰डी॰)
 • लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स (एमएस॰सी॰, डीएस॰सी॰)
 • ग्रेज इन (बैरिस्टर-एट-लॉ)
व्यवसायवकील, प्रोफेसर
पेशाविधिवेत्ता, अर्थशास्त्री,
राजनीतिज्ञ, शिक्षाविद्
दार्शनिक, लेखक
पत्रकार, समाजशास्त्री,
मानवविज्ञानी, शिक्षाविद्,
धर्मशास्त्री, इतिहासविद्
प्रोफेसर, संपादक
धर्मबौद्ध धम्म
पुरस्कार/सम्मान • बोधिसत्व (1956)
 • Bharat Ratna Ribbon.svg भारत रत्न (1990)
 • पहले कोलंबियन अहेड ऑफ देअर टाईम(2004)
 • द ग्रेटेस्ट इंडियन (2012)
हस्ताक्षरआम्बेडकर की सही
आम्बेडकर विपुल प्रतिभा के छात्र थे। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स दोनों ही विश्वविद्यालयों से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधियाँ प्राप्त कीं तथा विधिअर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान में शोध कार्य भी किये थे।[8] व्यावसायिक जीवन के आरम्भिक भाग में ये अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे एवं वकालत भी की तथा बाद का जीवन राजनीतिक गतिविधियों में अधिक बीता। तब भीमराव भारत की स्वतंत्रता के लिए प्रचार और चर्चाओं में शामिल हो गए और पत्रिकाओं को प्रकाशित करने, राजनीतिक अधिकारों की वकालत करने और दलितों के लिए सामाजिक स्वतंत्रता की वकालत और भारत के निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा।[9]
1956 में उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया।[10] 1990 में, उन्हें भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से मरणोपरांत सम्मानित किया गया था। उनका जन्म दिवस आम्बेडकर जयंती १४ अप्रैल को त्यौहार के रूप में भारत समेत दुनिया भर में मनाया जाता है।[11]आम्बेडकर की विरासत में लोकप्रिय संस्कृति में कई स्मारक और चित्रण शामिल हैं।

प्रारंभिक जीवन

शिक्षा

छुआछूत के विरुद्ध संघर्ष

पूना पैक्ट

व्यक्तिगत जीवन

राजनीतिक जीवन

धर्म परिवर्तन की घोषणा

संविधान निर्माण

आर्थिक नियोजन

दूसरा विवाह


1948 में पत्नी सविता आम्बेडकर के साथ भीमराव आम्बेडकर
आम्बेडकर की पहली पत्नी रमाबाई की लंबी बीमारी के बाद 1935 में निधन हो गया। 1940 के दशक के अंत में भारतीय संविधान के मसौदे को पूरा करने के बाद, वह नींद की कमी से पीड़ित थे, उनके पैरों में न्यूरोपैथिक दर्द था, और इंसुलिन और होम्योपैथिक दवाएं ले रहे थे। वह इलाज के लिए बॉम्बे (मुम्बई) गए, और वहां डॉक्टर शारदा कबीर से मिले, जिनके साथ उन्होंने 15 अप्रैल 1948 को नई दिल्ली में अपने घर पर विवाह किया था। डॉक्टरों ने एक ऐसे जीवन साथी की सिफारिश की जो एक अच्छा खाना पकाने वाली हो और उनकी देखभाल करने के लिए चिकित्सा ज्ञान हो।[102] डॉ॰ शारदा कबीर ने शादी के बाद सविता आम्बेडकर नाम अपनाया और उनके बाकी जीवन में उनकी देखभाल की।[67] सविता आम्बेडकर, जिन्हें 'माई' या 'माइसाहेब' कहा जाता था, का 29 मई 2003 को नई दिल्ली के मेहरौली में 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया।[103]

बौद्ध धर्म में परिवर्तन


नागपूर के बौद्ध धम्म दीक्षा समारोह में अपने अनुयायियों को संबोधित करते हुए आम्बेडकर, १४ अक्तुबर १९५६

कुशीनारा के भन्ते चंद्रमणी द्वारा दीक्षा ग्रहण करते हुए डॉ॰ आम्बेडकर

दीक्षाभूमि स्तूप, जहां भीमराव अपने लाखों अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म में परिवर्तित हुए।
सन् 1950 के दशक में भीमराव आम्बेडकर बौद्ध धर्म के प्रति आकर्षित हुए और बौद्ध भिक्षुओं व विद्वानों के एक सम्मेलन में भाग लेने के लिए श्रीलंका (तब सिलोन) गये।[104] पुणे के पास एक नया बौद्ध विहार को समर्पित करते हुए, डॉ॰ आम्बेडकर ने घोषणा की कि वे बौद्ध धर्म पर एक पुस्तक लिख रहे हैं और जैसे ही यह समाप्त होगी वो औपचारिक रूप से बौद्ध धर्म अपना लेंगे।[105] 1954 में आम्बेडकर ने म्यानमार का दो बार दौरा किया; दूसरी बार वो रंगून मे तीसरे विश्व बौद्ध फैलोशिप के सम्मेलन में भाग लेने के लिए गये।[106] 1955 में उन्होंने 'भारतीय बौद्ध महासभा' यानी 'बुद्धिस्ट सोसाइटी ऑफ इंडिया' की स्थापना की।[107] उन्होंने अपने अंतिम प्रसिद्ध ग्रंथ, 'द बुद्ध एंड हिज़ धम्म' को 1956 में पूरा किया। यह उनकी मृत्यु के पश्चात सन 1957 में प्रकाशित हुआ।[107] इस ग्रंथ की प्रस्तावना में आम्बेडकर ने लिखा हैं की,
मैं बुद्ध के धम्म को सबसे अच्छा मानता हूं। इससे किसी धर्म की तुलना नहीं की जा सकती है। यदि एक आधुनिक व्यक्ति जो विज्ञान को मानता है, उसका धर्म कोई होना चाहिए, तो वह धर्म केवल बौद्ध धर्म ही हो सकता है। सभी धर्मों के घनिष्ठ अध्ययन के पच्चीस वर्षों के बाद यह दृढ़ विश्वास मेरे बीच बढ़ गया है।[108]
14 अक्टूबर 1956 को नागपुरशहर में डॉ॰ भीमराव आम्बेडकर ने खुद और उनके समर्थकों के लिए एक औपचारिक सार्वजनिक धर्मांतरण समारोह का आयोजन किया। प्रथम डॉ॰ आम्बेडकर ने अपनी पत्नी सविता एवं कुछ सहयोगियों के साथ भिक्षु महास्थवीर चंद्रमणी द्वारा पारंपरिक तरीके से त्रिरत्न और पंचशील को अपनाते हुये बौद्ध धर्म ग्रहण किया। इसके बाद उन्होंने अपने 5,00,000 अनुयायियो को त्रिरत्नपंचशील और 22 प्रतिज्ञाएँ देते हुए नवयानबौद्ध धर्म में परिवर्तित किया।[105] वे देवताओं के संजाल को तोड़कर एक ऐसे मुक्त मनुष्य की कल्पना कर रहे थे जो धार्मिक तो हो लेकिन ग़ैर-बराबरी को जीवन मूल्य न माने। हिंदू धर्म के बंधनों को पूरी तरह पृथक किया जा सके इसलिए आम्बेडकर ने अपने बौद्ध अनुयायियों के लिए बाइस प्रतिज्ञाएँ स्वयं निर्धारित कीं जो बौद्ध धर्म का एक सार एवं दर्शन है। यह प्रतिज्ञाएं हिंदू धर्म की त्रिमूर्ति में अविश्वास, अवतारवाद के खंडन, श्राद्ध-तर्पण, पिंडदान के परित्याग, बुद्ध के सिद्धांतों और उपदेशों में विश्वास, ब्राह्मणों द्वारा निष्पादित होने वाले किसी भी समारोह न भाग लेने, मनुष्य की समानता में विश्वास, बुद्ध के आष्टांगिक मार्ग के अनुसरण, प्राणियों के प्रति दयालुता, चोरी न करने, झूठ न बोलने, शराब के सेवन न करने, असमानता पर आधारित हिंदू धर्म का त्याग करने और बौद्ध धर्म को अपनाने से संबंधित थीं।[109]नवयान लेकर आम्बेडकर और उनके समर्थकों ने विषमतावादी हिन्दू धर्म और हिन्दू दर्शन की स्पष्ट निंदा की और उसे त्याग दिया। आम्बेडकर ने दुसरे दिन 15 अक्टूबर को फीर वहाँ अपने 2 से 3 लाख अनुयायियों को बौद्ध धम्म की दीक्षा दी, यह वह अनुयायि थे जो 14 अक्तुबर के समारोह में नहीं पहुच पाये थे या देर से पहुचे थे। आम्बेडकर ने नागपूर में करीब 8 लाख लोगों बौद्ध धर्म की दीक्षा दी, इसलिए यह भूमी दीक्षाभूमि नाम से प्रसिद्ध हुई। तिसरे दिन 16 अक्टूबर को आम्बेडकर चंद्रपुर गये और वहां भी उन्होंने करीब 3,00,000 समर्थकों को बौद्ध धम्म की दीक्षा दी।[105][110] इस तरह केवल तीन में आम्बेडकर ने स्वयं 11 लाख से अधिक लोगों को बौद्ध धर्म में परिवर्तित कर विश्व के बौद्धों की संख्या 11 लाख बढा दी और भारत में बौद्ध धर्म को पुनर्जिवीत किया। इस घटना से कई लोगों एवं बौद्ध देशों में से अभिनंदन प्राप्त हुए। इसके बाद वे नेपाल में चौथे विश्व बौद्ध सम्मेलन मे भाग लेने के लिए काठमांडू गये। वहां वह काठमांडू शहर की दलित बस्तियों में गए थे। नेपाल का आंबेडकरवादी आंदोलन, दलित नेताओं द्वारा संचालित किया जाता है, तथा नेपाल के अधिकांश दलित नेता यह मानते हैं कि "आम्बेडकर का दर्शन" ही जातिगत भेदभाव को मिटाने में सक्षम है।[111][106] उन्होंने अपनी अंतिम पांडुलिपि बुद्ध या कार्ल मार्क्स को 2 दिसंबर 1956 को पूरा किया।[112]

निधन

आम्बेडकरवाद

पुस्तकें व अन्य रचनाएँ

पत्रकारिता

विरासत

लोकप्रिय संस्कृति में

फिल्में

आम्बेडकर के जीवन और सोच पर आधारित कई फिल्में, नाटक और अन्य कार्य हैं। जब्बार पटेल ने डॉ॰ बाबासाहेब आम्बेडकर नाम की फिल्म का वर्ष 2000 में निर्देशन किया था, जिसमें मामूट्टी मुख्य किरदार निभा रहे थे।[209] इस फिल्म का निर्माण भारत के राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम और सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने किया था। विवादों के कारण फिल्म के प्रदर्शन में बहुत समय लग गया था।[210] यूसीएलए और ऐतिहासिक नृवंशविज्ञान में मानव विज्ञान के प्रोफेसर डेविड ब्लंडेल ने भारत में सामाजिक परिस्थितियों और आम्बेडकर के जीवन के बारे में रूची और ज्ञान को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से फिल्मों और कार्यक्रमों की एक श्रृंखला - एरीजिंग लाइट की स्थापना की है।[211]श्याम बेनेगल द्वारा निर्देशित भारत के संविधान के निर्माण पर एक टीवी मिनी सीरीज़ संविधान में आम्बेडकर की मुख्य भूमिका सचिन खेडेकर द्वारा निभाई गई थी।[212]आम्बेडकर और गांधी अरविंद गौर द्वारा निर्देशित और राजेश कुमार द्वारा लिखित नाटक के शीर्षक के दो प्रमुख व्यक्तित्वों को ट्रैक करता है।[213]
भीमराव आम्बेडकर के जीवन एवं विचारों पर कई फिल्में बनी हैं, जो निम्नलिखित है:
  • भीम गर्जना - मराठी फिल्म (१९९०)[214][215][216][217]
  • बालक आम्बेडकर - कन्नड फिल्म (१९९१)[218][219]
  • युगपुरुष डॉ॰ बाबासाहेब आम्बेडकर - मराठी फिल्म (१९९३)[220][221][222]
  • डॉ. बाबासाहेब आम्बेडकर - सन २००० की अँग्रेजी फिल्म[223]
  • डॉ. बी.आर. आम्बेडकर - कन्नड फिल्म (२००५)[224][225]
  • रायजिंग लाइट - 2006 में बनी डॉक्युमेंट्री फिल्म[226]
  • रमाबाई भीमराव आम्बेडकर - आम्बेडकर की पत्नी रमाबाई के जीवन पर आधारित मराठी फिल्म। (२०१०)[227][228][229]
  • शूद्रा: द राइझिंग - आम्बेडकर को समर्पित हिंदी फिल्म (२०१०)[230]
  • अ जर्नी ऑफ सम्यक बुद्ध - हिंदी फिल्म (२०१३), जो आम्बेडकर के भगवान बुद्ध और उनका धम्म ग्रन्थ पर आधारित है।[231]
  • रमाबाई - कन्नड फिल्म (२०१६)[232][233]
  • बोले इंडिया जय भीम - मराठी फिल्म, हिंदी में डब (२०१६)[234][235]
  • बाल भिमराव - २०१८ की मराठी फिल्म[236][237][238]
इसके अलावा आम्बेडकर के जीवन पर आधारित कई नाटक भी बने है एवं दूरचित्रवाणी सिरिअल "डॉ॰ अम्बेडकर" नामक दूरदर्शन पर हिंदी सिरिअल थी।[239]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

नोट

बाहरी कड़ियाँ